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मेगास्टार आज़ाद का काशी प्रान्त में भव्य नागरिक अभिनन्दन.

  • Writer: MAHARISHI AAZAAD
    MAHARISHI AAZAAD
  • Feb 4, 2020
  • 2 min read

मेगास्टार आज़ाद का काशी प्रान्त में भव्य नागरिक अभिनन्दन
मेगास्टार आज़ाद का काशी प्रान्त में भव्य नागरिक अभिनन्दन

राष्ट्रवादी सनातनी फिल्मकार, देवभाषा संस्कृत के अंतर्राष्ट्रीय ब्रैंड एम्बेसडर एवं भारतीय सभ्यता-संस्कृति के अद्वितीय संरक्षक, उन्नायक मेगास्टार आज़ाद का काशी प्रान्त में हज़ारों लोगों की उपस्थिति में ऐतिहासिक  नागरिक अभिनन्दन किया गया. काशी प्रांत के सच्चे सपूत, भूमिपुत्र, धर्मपुत्र, कलापुत्र, एवं भारत की गौरव गरिमा के संवाहक राष्ट्रपुत्र मेगास्टार आज़ा में लोगों ने अपना भूत, भविष्य और वर्तमान देखा है |

मेगास्टार आज़ाद ने अपनी कला प्रतिभा के माध्यम से जन जन के स्वप्न को आकार दिया है. हज़ारों लाखों आँखें मेगास्टार आज़ाद की एक झलक देखने और उनके गुरुगम्भीर स्वर को सुनने के लिए कड़ी धूप में घंटों इंतज़ार कर रहे थे. मेगास्टार आज़ाद के पहुँचते ही पूरा माहौल ऊर्जा से भर गया. इस अवसर पर मेगास्टार आज़ाद ने कहा कि मैं विश्व में कहीं भी रहता हूँ पर मेरे अंदर भारत रहता है. भारत की सनातनता मेरी साँसों में है. भारत का गौरव मेरी धड़कन में है. भारत पिता है और मै पुत्र हूँ |

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आज़ाद के गुरुगम्भीर स्वर में जीवन का सार सुनकर युवा मचल उठे और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच आज़ाद को अपने कन्धों पर उठा लिया। कहनेवाले कहते हैं कि ऐसा अभिनन्दन समारोह उन्होनें आजतक नहीं देखा। 

मेगास्टार आज़ाद केवल मात्र एक व्यक्ति या व्यक्तित्व या कलाकार मात्र ही नहीं है बल्कि सही अर्थों में एक उद्धारक की भूमिका में कार्यरत हैं।


सैन्य विद्यालय के छात्र एवं संवेदनशील कलाकार , प्रखर राष्ट्रवादी डॉ. बालकृष्ण शिवराम मुंजे को अपना आदर्श मानने वाले शुद्ध सनातनी शोधार्थी एवं गहन विचारक हैं। अपनी सिनेमाई यात्रा के प्रारम्भ में फिल्म राष्ट्रपुत्र के माध्यम से अमर क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद को इतिहास के अन्धकार से निकालकर वर्तमान के सामने लाने का ऐतिहासिक काम किया है। 

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चंद्रशेखर आज़ाद के जीवन और विचारों को जीवंत कर उसे फ्रांस में आयोजित, विश्व विख्यात ७२वें कांन्स फिल्म फेस्टिवल के मंच-माध्यम से विश्व समुदाय को परिचित कराया। विस्मृत देवभाषा संस्कृत को अपनी कालजयी कृति अहं ब्रह्मास्मि के माध्यम से पुनर्जीवित कर उसे जन जन की भाषा बनाने का श्रेय भी संस्कृत के अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड एम्बेसडर मेगास्टार आज़ाद को ही जाता है।


उत्तर और दक्षिण भारत को सांस्कृतिक तल पर एक करने का भगीरथ प्रयास के निमित मेगास्टार आज़ाद ने अपनी तमिल फिल्म महानायकन का सृजन किया। अब अपनी रचनात्मकता और सिनेमाई प्रतिभा को विस्तार देते हुए मेगास्टार आज़ाद ने अपनी अंग्रेजी फिल्म “द ग्रेट पेट्रियट” विश्व स्तर पर रिलीज़ करने जा रहे हैं।

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